Lucknow

सीएम बोले: लव जिहाद, ईव टीजिंग होने पर सिपाही से सीओ तक होंगे जवाबदेह

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि लव जिहाद, ईव टीजिंग और चेन स्नेचिंग की घटना होने पर बीट सिपाही से लेकर डिप्टी एसपी (सीओ) तक की जवाबदेही तय की जाएगी। रविवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कानून-व्यवस्था, त्योहार, विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान चेताया कि शासन स्तर पर रोजाना हर जिले की समीक्षा हो रही है। हर अधिकारी की गतिविधि की भी सीधी निगरानी हो रही है। जन शिकायतों के निस्तारण में देरी और मिथ्या रिपोर्ट लगाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।

योगी ने कहा कि बीते वर्षों में प्रदेश में सभी त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न हुए हैं। आगे बारावफात, अनंत चतुदर्शी के बाद पितृ पक्ष है। वहीं 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र, विजयादशमी है। यह समय संवेदनशील है, लिहाजा सतर्क एवं सावधान रहना होगा। इस दौरान शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने वालों से कठोरता से निपटें। दूसरे संप्रदाय के लोगों को उत्तेजित करने का कुत्सित प्रयास करने वालों पर नजर रखें। पिछले अनुभवों को ध्यान में रखकर सुरक्षा इंतजाम करें। कहीं भी सड़क किनारे बाइक, कार, टैक्सी की पार्किंग न हो। स्ट्रीट वेंडरों का व्यवस्थापन कराएं। अवैध टैक्सी स्टैंडों पर कार्रवाई जारी रहे। इस दौरान शासन स्तर के अधिकारियों के साथ सभी मंडलायुक्त, पुलिस कमिश्नर, डीएम, एसपी और जिलों में फील्ड में तैनात अधिकारी मौजूद रहे।

लखनऊ: संदिग्ध हालात में व्यापारी की मौत, डॉक्टर समेत 12 पर अगवा कर हत्या करने का केस

लखनऊ। बाजारखाला निवासी एक किराना व्यापारी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उनके पिता ने डॉक्टर समेत 12 लोगों के खिलाफ अपहरण कर हत्या का केस दर्ज कराया है। पुलिस कई आरोपियों को हिरासत में लेकर जांच कर रही है।

बाजारखाला के न्यू तिलक नगर निवासी मनोज कुमार गुप्ता के 24 वर्षीय बेटे आयुष किराना की दुकान चलाते थे। एक महीने पहले वह दिल्ली गए थे। बुधवार को ही लौटे थे। बृहस्पतिवार को वह लापता हो गए थे। शुक्रवार सुबह परिजनों को पुलिस की तरफ से कॉल पहुंची कि बलरामपुर अस्पताल में आयुष भर्ती कराए गए थे, वहां उनकी मौत हो गई।

अस्पताल में भर्ती कराया और भाग गए
आरोप है कि आरोपियों ने आयुष को मारा। बेजान हालत में बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराकर भाग निकले। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार सुबह 8:40 बजे आयुष को भर्ती कराया गया था। एक घंटे बाद 9:45 बजे उसकी मौत हो गई थी।

दावा : चौकी में दी थी सूचना
आयुष के परिचित अधिवक्ता का दावा है कि बृहस्पतिवार रात को जानकारी हुई थी कि आरोपी आयुष को अगवा कर ले गए हैं। पहले सरोजनीनगर इलाके में रखा, फिर शास्त्रीनगर में कहीं पर ले गए थे। इसकी सूचना पुलिस चौकी पर दी गई थी। उधर, आयुष की बहन सुहानी ने बताया कि भाई की बाइक और कार भी गायब है। अंदेशा है कि आरोपियों ने ही लूट ली है।

दावा : चौकी में दी थी सूचना
आयुष के परिचित अधिवक्ता का दावा है कि बृहस्पतिवार रात को जानकारी हुई थी कि आरोपी आयुष को अगवा कर ले गए हैं। पहले सरोजनीनगर इलाके में रखा, फिर शास्त्रीनगर में कहीं पर ले गए थे। इसकी सूचना पुलिस चौकी पर दी गई थी। उधर, आयुष की बहन सुहानी ने बताया कि भाई की बाइक और कार भी गायब है। अंदेशा है कि आरोपियों ने ही लूट ली है।

लाखों का था कर्ज, जहर देकर मारने का आरोप
परिजनों ने बताया कि जिन आरोपियों पर केस दर्ज कराया है, उनसे आयुष ने पंद्रह लाख रुपये लेकर शेयर में लगाए थे। शेयर में काफी घाटा हुआ था। ये सभी रकम लौटाने का दबाव बना रहे थे। आरोप है कि जहर देकर मार दिया गया।

विभाजन विभीषिका स्मृति की मौन पद यात्रा में शामिल हुए मुख्यमंत्री योगी, प्रदर्शनी भी देखी

लखनऊ। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस बुधवार को मनाया गया। इसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति मौन पदयात्रा’ निकली। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पार्चन किया। इसके बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रतिमा स्थल से प्रारंभ होकर पदयात्रा लोकभवन तक पहुंची।

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथ में तख्ती लेकर चल रहे थे। इसमें त्रासदी का दंश झेलने वालों की पीड़ा बयां थी। लोकभवन में पहुंचने के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभाजन विभीषिका की त्रासदी पर आधारित अभिलेख प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

विभाजन विभीषिका स्मृति मौन पदयात्रा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री जयवीर सिंह, बलवीर सिंह औलख,  विधायक योगेश शुक्ल, ओपी श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, रामचंद्र प्रधान, मुकेश शर्मा, अनूप गुप्ता, उमेश द्विवेदी, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी समेत अनेक जनप्रतिनिधि व गणमान्य मौजूद रहे।