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Thu. Nov 7th, 2024

March 25, 2024

होली के बीच चंद्र ग्रहण शुरू, गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान

कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा निकलती है, जिसका प्रभाव संपूर्ण ब्रह्मांड पर पड़ता है, इसलिए इस साल होली पर चंद्र ग्रहण का लगना शुभ नहीं माना जा रहा है। ऐसे में चलिए जानते हैं 25 मार्च यानी आज होली वाले दिन चंद्र ग्रहण कब लगेगा और रंगों के त्योहार पर इसका क्या प्रभाव होगा। 

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान

  • गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान सुई, चाकू, कैंची जैसी नुकीली वस्तुओं से दूर रहना चाहिए।
  • चंद्र ग्रहण के सूतक काल से लेकर ग्रहण के समापन तक गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, क्योंकि इसका नकारात्मक प्रभाव पल रहे बच्चे पर पड़ता है।
  • साथ ही गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण भी नहीं देखना चाहिए। इससे उनकी और गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को हनुमान चालीसा या दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से सभी संकट और नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।
  • साथ ही इस समय अपने इष्टदेव का स्मरण करना भी शुभ होता है। वहीं चंद्र ग्रहण के समापन के बाद स्नान करें और फिर साफ वस्त्र पहनें।

चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय

होली के दिन लगने वाला साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका प्रभाव भी यहां पर नहीं होगा। लेकिन ज्योतिष में चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है इसलिए इससे बचने के लिए कुछ उपाय भी जरूर करने चाहिए।   

  • चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए ग्रहण के दौरान गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए। कहा जाता है कि इस दौरान गुरु ग्रह के बीज मंत्र ‘ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:’ का जाप फलदायी होता है।
  • इसके अलावा चंद्र ग्रहण के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप किया जा सकता है। 

चंद्र ग्रहण पर मंदिर के द्वार क्यों होते हैं बंद? 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण से कुछ विशेष नियम जुड़े हुए हैं। इन मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के समय पूजा-पाठ करना, भगवान की मूर्तियों को स्पर्श करना वर्जित माना जाता है। इसीलिए इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। वहीं घर में मौजूद पूजा स्थल पर परदे लगा दिए जाते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार ग्रहण के दौर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है और दैवीय शक्तियां क्षीण होने लगती हैं। इसीलिए इस दौरान मानसिक जाप करना उचित होता है। जिससे आप मानसिक रूप से सशक्त रह सकें। 

होली त्योहार को लेकर प्रशासन सतर्क: पुलिस ने पैदल मार्च कर लोगों को दिलाया सुरक्षा का एहसास

भिटौली, महराजगंज। होली,ईद त्योहार व लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने को लेकर पुलिस ने आज से ही कमर कस ली है।  सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा के निर्देशानुसार भिटौली थाना प्रभारी पंकज गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों व पैरा मिलिट्री ने फ्लैग मार्च निकाला l पुलिसकर्मियों व पैरा मिलिट्री ने मुख्य मार्ग सहित धर्मपुर से भिटौली चौराहे तक व लक्ष्मीपुर देउरवा,सिसवा मुंशी,बरियारपुर,डेरवा,तरकुलवा तिवारी,बभनौली और सोहरौना तिवारी में फ्लैग मार्च निकालकर नागरिकों को सुरक्षा का एहसास कराया l इस दौरान थाना प्रभारी पंकज गुप्ता ने कहा कि फ्लैग मार्च का उद्देश्य लोगों को सुरक्षित महसूस कराना एवं शांति व सुरक्षा व्यवस्था को कायम रखना है। इस दौरान उप निरीक्षक सजनू यादव ,चौकी प्रभारी सिसवा मुंशी अखिलेश यादव,चौकी प्रभारी भिटौली पंकज पाल,चौकी प्रभारी शिकारपुर अवधेश सिंह,सूर्य प्रकाश पांडेय,भानु प्रताप मौर्या,लवकुश सिंह,जितेंद्र यादव,हरिकेश यादव,सोनू यादव,आयुष यादव,चंद्र प्रकाश कुशवाहा सहित काफी संख्या में पुलिसकर्मी व पैरा मिलिट्री मौजूद रहे।

होली पर्व पर पत्रकारों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर दी शुभकामना

भाईचारे व सौहार्द का संदेश देता होली- सुशील शुक्ल

भिटौली, महाराजगंज। भिटौली में जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के तत्वावधान में होली मिलन समारोह का आयोजन हुआ।पत्रकारों ने एक दुसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। जिलामंत्री सुशील शुक्ल ने कहा कि होली भाईचारे व सौहार्द का संदेश देता है।होली रंग बिरंगा मस्ती भरा पर्व है। इस दिन सारे लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूलकर गले मिलते हैं ओर एक-दूसरे को गुलाल लगाकर आपसी भाईचारे व सौहार्द का संदेश देते हैं। युग-युगीन से मान्यता है, कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता भूलकर गले मिलते हैं ओर फिर से दोस्त बन जाते हैं।इन्द्र शुक्ल ,चंदन मद्धेशिया, अंकित मणि त्रिपाठी,कृष्ण मोहन जायसवाल, पंकज रौनियार, उमाकांत चौधरी, आशीष गौतम सुरेंद्र प्रजापति, रामायण गुप्ता, आशुतोष मौर्य, नूर मोहम्मद, इकबाल, पुनीत पांडेय, अनुराग नवल, पंकज कुमार आदि पत्रकार मौजूद रहे।