महराजगंज। परतावल ब्लाक में इन दिनों मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों में जमकर धांधली हो रही है। कहीं फोटो का फोटो खिंचकर एनएमएमएस से हाजिरी लगाई जा रही है तो कहीं एक ही फोटो को बार बार अपलोड कर हाजिरी लगा दिया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि मनरेगा में मची इस लूट में जिम्मेदार भी शामिल हैं। यही वजह है कि सबकुछ जानकर भी जिम्मेदार अधिकारी आंखें बंद कर लेते हैं। उन्हें सिर्फ अपने कमिशन से ही मतलब रहता है।
नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्राम प्रधानों ने बताया कि परतावल ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी के संरक्षण में ही सब कुछ हो रहा है। कच्चा काम कराने के नाम पर फर्जी हाजिरी लगाकर 60 : 40 अनुपात की मात्रा पूरा कराया जा रहा है और फिर एडवांस कमिशन लेकर पक्का काम आवंटित किया जा रहा है। कुछ प्रधानों ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में एडवांस कमिशन लेकर हम लोगों को पक्का काम मिला था। समय से काम पूरा भी करा दिया गया लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है। पक्का का पैसा जब भी आता है तो एपीओ मनरेगा द्वारा पहले ही वसूली शुरू कर दी जाती है। आलम यह है कि कुछ प्रधान अपना पैसा वापस मांगने में लगे हैं। पैसा वापस करने में एपीओ कन्नी काटते हुए नजर आ रहे हैं।
ग्राम प्रधानों ने कहा कि परतावल ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा (APO) पिछले पांच वर्षों से इसी ब्लाक में जमे हुए हैं। खानापूर्ति के लिए बीच में पांच माह के लिए हटाए गए थे और फिर परतावल में ही पुनः उनकी तैनाती कर दी गई। 15-07-2019 से 20-12-2021 तक का एक कार्यकाल पूरा कर पांच माह के लिए हटाए गए उसके बाद पुनः 09-05-2022 से अब तक इसी ब्लाक में जमे हुए हैं। अंगद के पांव की तरह जमे एपीओ महोदय का परतावल से काफी लगाव है। इनके संरक्षण में ग्राम पंचायतों में फोटो से फोटो लगाकर फर्जी हाजिरी लगाने की खुली छूट है। एपीओ के सह पर बिना काम कराए ही फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है।