संवाददाता अनिल कुमार कि रिपोर्ट।
गोरखपुर। गोरखपुर पीपीगंज पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर स्थित लखनऊ मंडल के पीपीगंज रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 1 से 100 मीटर की दूरी पर रेल परिसर में अवैध रूप से लगभग 8 से 10 दुकाने संचालित हो रही है। जिसमें अधिकतर मीट मछली इत्यादी दुकानें बन्द पडे़ समपार फाटक पर लग रही है। इन दुकानों पर ग्राहक अपनी गाड़ी कर देते हैं जिससे जाम की स्थिति बन जाती है। जिससे यात्रियों व राहगीरों को आने जाने में परेशानी हो रही है। इस सम्बन्ध मे आई डब्ल्यू आनंदनगर से मोबाइल पर सम्पर्क किया पर सम्पर्क नहीं हो पाया। वहीं एक रेलकर्मी ने बताया रेलवे स्टेशन पर होम सिंगल से होम सिंगल तक की जिम्मेदारी स्टेशन मास्टर की होती है। लोगों ने बताया कुछ अधिकारी व कर्मचारीयों के संरक्षण पर ये दुकानें सालों से चल रही है पर रेल अधिकारी ध्यान नहीं देते जिससे अवैध दूकाने साल दर साल बढ़ रहे हैं। रेलवे के द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है पर इसकी सूचना अवैध रूप से रेल परिसर में लगा रहे दुकानदारों को पहले ही मिल जाता है जिससे व अपनी दुकानें हटा लेते हैं। सूत्रों की माने तो इन दुकानदारों के द्वारा अधिकारियों को चढ़ावा चढ़ाया जा रहा है जिससे इन दुकानदारों को किसी भी कार्रवाई का डर भय नहीं है नगर पंचायत पीपीगंज वार्ड नंबर 1 के इन्दल भारती ने बताया हमें आये दिन यात्रा करने के लिए इसी रास्ते ट्रेन पकड़ने के लिए पीपीगंज रेलवे स्टेशन पर जाना पड़ता है आड़ी तिरछी आटो व अवैध रूप से लगा रहे दूकानो पर लगी भीड़ से आने जाने से परेशानी होती है है। वार्ड नंबर 6 के एक व्यक्ति ने बताया पीपीगंज प्लेटफार्म नंबर 1 से मकान 200 मीटर पर है यात्रा करनी हो तो इसी रास्ते से आना-जाना होता है पर इन अवैध रूप से संचालित दुकानों पर लगी भीड़ व दुर्गन्ध से हमारे जैसे हजारों यात्रीयों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।