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Mon. Oct 7th, 2024

#Partawal

महराजगंज: खाद गड्ढे की जमीन पर मंदिर निर्माण को प्रशासन ने रोका, आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवे किया जाम, 50 लोगों पर मुकदमा दर्ज

राजन पटेल

महराजगंज/परतावल। श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के ग्राम सभा लखिमा के बगहिया टोले में एक बड़ा विवाद देखने को मिला है. ग्रामीण गाँव मे स्थित खाद गड्ढे की जमीन पर मंदिर निर्माण कर रहें थे. जमीन विवादित और खाद गड्ढे की जमीन होने के कारण मंदिर निर्माण परियोजना को प्रशासन ने रोक दिया, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने परतावल पिपराइच मार्ग जाम कर दिया और पुलिस घण्टो मशक्कत करने के बाद किसी तरह जाम से मुक्ति दिलाई।

पुलिस ने हंगामा शांत कराया और तीन नामजद सहित 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया कि शासन के निर्देश के बिना खाद गड्ढे की जमीन पर निर्माण नहीं हो सकता।

बतातें चलें कि ग्राम सभा लखिमा के बगहिया टोले पर स्थित जमीन राजस्व विभाग में खाद गड्ढे के नाम से दर्ज है। कुछ वर्ष पूर्व गांव में हुए एक बंदर की मौत के बाद ग्रामीणों ने उसका अंतिम संस्कार इसी जमीन पर किया था। ग्रामीणों की मंशा थी कि उसी जमीन पर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा।

बुधवार को सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठे होकर मंदिर का निर्माण कराना शुरू कर दिए। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा। इस पर ग्रामीण उग्र हो गए और हंगामा करते हुए परतावल पिपराइच मार्ग जाम कर दिया।

इस मामले में थानाध्यक्ष अभिषेक सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने अवैध रूप से खाद गड्ढे की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। पुलिस ने शांति व्यवस्था कायम की और अतिक्रमण हटवा दिया गया है।

परतावल: नहर में गिरे व्यक्ति का मिला शव, तलाश पूरी

राजन पटेल

परतावल/महराजगंज। श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के नगर पंचायत परतावल चौक में परतावल-कप्तानगंज मार्ग पर नारायणी शाखा के बड़ी नहर में मंगलवार की रात्रि में रणजीत सिंह उम्र लगभग (40) वर्ष ग्राम सभा अमवां उर्फ बसडीला के निवासी का नहर में गिर जाने का समाचार मिला था. बुधवार को परिजन और स्थानीय टीम ने एसडीआरएफ की सहायता से दिन भर शव की तलाश की लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि शव को ढूंढ पाना मुश्किल हो रहा था. बुधवार दिन भर तलाश करने के बाद रात्रि होतें ही एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू को बंद कर दिया। परिजन और पुलिस टीम काफी मशक्कत करने के बाद भी शव न मिलने से निराश हो गई. गुरुवार की सुबह बभनौली नहर की ठोकर के पास शव मिलने की सूचना पर पुलिस परिजन को लेकर पहुंची जहाँ परिजन ने बरामद शव का शिनाख्त रणजीत सिंह (40) ग्रामसभा अमवां के रूप में किया।
परिजनों ने बताया कि मृतक रणजीत सिंह घर से दही लेने मंगलवार की रात्रि को परतावल गये थे. उसके बाद उन्हें सरकारी देशी शराब की दुकान के बगल में स्थित नहर की पटरी पर देखा गया था. तबसे वो लापता हैं उनकी मोटसाइकिल नहर की पटरी से बरामद हुआ था. नहर में गिरे होने की आशंका से बुधवार को दिन भर नहर में तलाश किया गया लेकिन वे नहीं मिलें. गुरुवार सुबह लगभग 11:30 बजे उनका शव मिला है।
परतावल चौंकी इंचार्ज मनीष पटेल ने बताया कि शव का शिनाख्त हो गया है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

एपीओ मनरेगा के संरक्षण में लगाई जा रही फर्जी हाजिरी, सरकारी धन लूटने में लगे जिम्मेदार

महराजगंज। परतावल ब्लाक में इन दिनों मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों में जमकर धांधली हो रही है। कहीं फोटो का फोटो खिंचकर एनएमएमएस से हाजिरी लगाई जा रही है तो कहीं एक ही फोटो को बार बार अपलोड कर हाजिरी लगा दिया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि मनरेगा में मची इस लूट में जिम्मेदार भी शामिल हैं। यही वजह है कि सबकुछ जानकर भी जिम्मेदार अधिकारी आंखें बंद कर लेते हैं। उन्हें सिर्फ अपने कमिशन से ही मतलब रहता है।
नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्राम प्रधानों ने बताया कि परतावल ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी के संरक्षण में ही सब कुछ हो रहा है। कच्चा काम कराने के नाम पर फर्जी हाजिरी लगाकर 60 : 40 अनुपात की मात्रा पूरा कराया जा रहा है और फिर एडवांस कमिशन लेकर पक्का काम आवंटित किया जा रहा है। कुछ प्रधानों ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में एडवांस कमिशन लेकर हम लोगों को पक्का काम मिला था। समय से काम पूरा भी करा दिया गया लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है। पक्का का पैसा जब भी आता है तो एपीओ मनरेगा द्वारा पहले ही वसूली शुरू कर दी जाती है। आलम यह है कि कुछ प्रधान अपना पैसा वापस मांगने में लगे हैं। पैसा वापस करने में एपीओ कन्नी काटते हुए नजर आ रहे हैं।

ग्राम प्रधानों ने कहा कि परतावल ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा (APO) पिछले पांच वर्षों से इसी ब्लाक में जमे हुए हैं। खानापूर्ति के लिए बीच में पांच माह के लिए हटाए गए थे और फिर परतावल में ही पुनः उनकी तैनाती कर दी गई। 15-07-2019 से 20-12-2021 तक का एक कार्यकाल पूरा कर पांच माह के लिए हटाए गए उसके बाद पुनः 09-05-2022 से अब तक इसी ब्लाक में जमे हुए हैं। अंगद के पांव की तरह जमे एपीओ महोदय का परतावल से काफी लगाव है। इनके संरक्षण में ग्राम पंचायतों में फोटो से फोटो लगाकर फर्जी हाजिरी लगाने की खुली छूट है। एपीओ के सह पर बिना काम कराए ही फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है।