प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ता गोरखपुर प्राकृतिक कृषि करते गोरखपुर के प्रगतिशील किसानों को किया गया सम्मानित
RPP NEWS संवाददाता अनिल कुमार कि रिपोर्ट
गोरखपुर ।गोरखपुर पीपीगंज महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र, गोरखपुर के प्रगतिशील कृषक रामनेवास मौर्या को प्राकृतिक कृषि व मोटा अनाज उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु अटारी आई. सी. ए. आर.- कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कानपुर में 16 वें संस्थान स्थापना दिवस समारोह के अंतर्गत आयोजित “सतत कृषि विकास हेतु प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय संगोष्ठी” में सम्मानित किया गया । रामनेवास मौर्या ने वर्ष 2022 में महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र, गोरखपुर से प्राकृतिक कृषि पर प्रशिक्षण तथा जीवामृत इत्यादि बनाने हेतु ड्रम प्राप्त कर प्राकृतिक कृषि प्रारंभ की तथा श्री अन्न व बीज का उत्पादन कर रहे हैं । इससे पूर्व मौर्या जी पिछले दस वर्षो से अधिक समय से जैविक खेती करते आ रहे थे । यह सम्मान राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे श्री अभय महाजन, सचिव दीन दयाल शोध संस्थान, नई दिल्ली तथा डॉ. शांतनु दूबे, निदेशक, आई. सी. ए. आर.- कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कानपुर, डॉ ए पी दीक्षित, उप कुलपति, क्षत्रपति साहू जी महाराज विश्विद्यालय, कानपुर, डॉ सुधीर कुमार अवस्थी, निदेशक, भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर, डॉ आर विश्वनाथन, निदेशक, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के द्वारा दिया गया । संगोष्ठी में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर. के. सिंह, विषय वस्तु विशेषज्ञ मृदा विज्ञान डॉ संदीप प्रकाश उपाध्याय द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा रामनेवास मौर्या जी को पुरस्कार प्राप्त होने पर बधाई दी ।