ब्राह्मण समाज की एकता, अखंडता, संप्रभुता और संस्कृति को कायम रखने हेतु पूजा, अर्चन भजन, कीर्तन का आयोजन
ब्राह्मण समाज महिला संगठन गोरखपुर की बहनों ने जटाशंकर मंदिर ,धर्मशाला बाज़ार पर किया माता रानी का आवाहन
सिटी गोरखपुर। नवरात्रि के अवसर पर माता दुर्गा की आराधना कर कार्यक्रम माता रानी के कीर्तन और भजन के साथ बड़े हर्षोल्लास के साथ हमारी बहनों द्वारा मिलकर मनाया गया।
जिसका शुभारंभ राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ ब्राह्मण समाज विजय प्रभा मिश्रा के द्वारा मां को चुनरी और पुष्प चढ़ाकर शुभारंभ हुआ।तत्पश्चात हमारे संगठन की
माता तुल्य बड़ी दीदी पुष्पा मिश्रा द्वारा सभी बहनों को चुनरी रूपी प्रसाद से सम्मानित किया गया। विजय प्रभा मिश्रा ने बताया कि नवरात्रि हिंदुओं का प्रसिद्ध त्योहारहै ।यह त्यौहार मां शैलपुत्री के पूजन अर्चन से प्रारंभ होता है। नौ दिनों में मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है ।नवरात्रि पवित्रता, शक्ति और दिव्यता का प्रतीक है। यह हिंदू धर्म का सबसे लंबा चलने वाला 9 दिनों का त्यौहार है।यह त्यौहार माता रानी दुर्गा को समर्पित है।आज हमारी बहनों ने यह संकल्प लिया कि समाज और देश के उत्थान के लिए अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करेगी। महिलाओं के स्वालंबन, सशक्तिकरण और रोजगार के लिए सार्थक प्रयास करेंगी।लैंगिक ,असमानता, छुआछूत दहेज प्रथा,बाल विवाह ,अशिक्षा जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए अपना योगदान देगी। राष्ट्रीय सदस्य पुष्पा मिश्रा ने बताया कि आज की परिवेश में हमारे युवा पीढ़ी पुरानी विरासत और परंपरा को भूलती जा रही है, हम लोग युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन देने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। जिला अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ डॉ. ऋचा पांडेय ने बताया कि नवरात्रि का त्यौहार माता दुर्गा की पूजन ,अर्चन से प्रारंभ होता है।आज हम लोगों ने इस नवरात्रि के अवसर पर हमारी बहनों ने जो श्रद्धा दिखाई उसके लिए मैं आभार प्रकट करती हूं।हमारी प्रदेश सचिव आभा पांडे की उपस्थित खली। आज मुझे यह काफी गर्व महसूस हो रहा था कि अपनी बहनों की उपस्थिति और सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे नीलम दूबे ,सीमा पाण्डे ,पूनम मिश्रा , नीलम तिवारी, दया रानी मिश्रा, संध्या त्रिपाठी, गीता पाठक, अंजली त्रिपाठी,अरुणा ,ज्योति , भारती वंदना पाण्डे,प्रशस्ति, अंकिता मिश्रा, मैत्री,वंशिका मिश्रा, रजनी, रूपा,दीपशिखा पाण्डे, अंजलि मिश्रा, गीता त्रिपाठी और अन्य बहनें शामिल थीं।कार्यक्रम का आरम्भ माता रानी के भजन और कीर्तन से हुआ जो अतुलनीय था।कार्यक्रम का समापन माता रानी की आरती और प्रसाद से हुआ।कार्यक्रम में शामिल सभी बहनों का आभार विजयप्रभा ने वयक्त किया गया।